महिला पत्रकार को प्रधान ने जान से मारने व फर्जी मुकदमे में फंसाने की दी धमकी, पत्रकार संगठनों में आक्रोश
जौनपुर के सुरेरी थाना क्षेत्र की घटना, प्रशासनिक कार्रवाई पर उठे सवाल
जौनपुर जिले के सुरेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा घाघरपुर की ग्राम प्रधान रामशिरोमणि राजभर पर महिला पत्रकार के साथ अभद्रता करने, धमकी देने और फर्जी मुकदमे में फँसाने की गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला तब सामने आया जब दैनिक भास्कर की रिपोर्टर अर्चना मिश्रा गांव में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने पहुँचीं थीं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रिपोर्टिंग के दौरान ग्राम प्रधान ने न सिर्फ अर्चना मिश्रा से अभद्र भाषा में बात की, बल्कि प्रधान के बेटे सूरज
राजभर ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। यही नहीं, प्रधान ने उन्हें फर्जी मुकदमे में फँसाने की भी चेतावनी दी। इस पूरे घटनाक्रम ने स्थानीय मीडिया जगत को झकझोर कर रख दिया है। सूत्रों के अनुसार, यह पहला मौका नहीं है जब अर्चना मिश्रा को धमकियाँ मिली हों। इससे पहले भी उन्होंने जब गाँव में हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर किया था, तब से उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। बावजूद इसके, प्रशासन की ओर से अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। घटना से आक्रोशित पत्रकारों ने एकजुट होकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकार संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता है, तो वह जिला स्तर से लेकर राजधानी तक विरोध प्रदर्शन करेंगे।महिला पत्रकार की सुरक्षा से समझौता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा,” पत्रकार संघ के एक पदाधिकारी ने कहा। उन्होंने प्रशासन से यह भी मांग की कि अर्चना मिश्रा को तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए और ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष जांच कराई जाए। फिलहाल, सुरेरी थाने की पुलिस प्रधान पुत्र सूरज राजभर को हिरासत में लेकर मामले की जांच की बात कह रही है, लेकिन अब तक कोई लिखित प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है, जिससे पत्रकार समुदाय में नाराजगी और अधिक बढ़ गई है। जागरूक नागरिकों और मीडिया संस्थानों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है।