कमरुद्दीनपुर सर्वेश्वरी महाविद्यालय में निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का सफल आयोजन
राज शंकर आई हॉस्पिटल वाराणसी एवं शोभा एजुकेशनल ट्रस्ट के सहयोग से 32 मरीजों का चयन मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु
कमरुद्दीनपुर। दिनांक 2 नवम्बर को सर्वेश्वरी महाविद्यालय, कमरुद्दीनपुर में राज शंकर आई हॉस्पिटल, वाराणसी तथा शोभा एजुकेशनल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में एक निःशुल्क नेत्र चिकित्सा एवं परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में कुल 150 ग्रामीणों की नेत्र जांच की गई, जिनमें से 32 मरीजों का चयन मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए किया गया। चयनित मरीजों को उसी दिन महाविद्यालय परिसर से बस द्वारा वाराणसी स्थित राज शंकर आई हॉस्पिटल ले जाया गया, जहाँ उनका निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।
शिविर की विशेषताएँ
शिविर में नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने मरीजों की आंखों की जांच की, दृष्टिदोष, नेत्र संक्रमण, जलन, धुंधलापन एवं मोतियाबिंद जैसी समस्याओं के निदान के साथ-साथ जागरूकता संबंधी परामर्श भी प्रदान किया।
राज शंकर आई हॉस्पिटल, वाराणसी
राज शंकर आई हॉस्पिटल वाराणसी क्षेत्र का एक प्रमुख नेत्र संस्थान है, जो गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क या रियायती दरों पर आधुनिक नेत्र चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करता है। अस्पताल में प्रशिक्षित नेत्र विशेषज्ञों की टीम, नवीनतम ऑपरेशन उपकरण और उच्चस्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह हॉस्पिटल कई वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से सेवा कार्य कर रहा है।
शोभा एजुकेशनल ट्रस्ट का योगदान
शोभा एजुकेशनल ट्रस्ट सामाजिक सेवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय संस्था है, जो ग्रामीण व वंचित वर्ग के उत्थान के लिए कार्यरत है। ट्रस्ट का उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता फैलाना और जरूरतमंदों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराना है।
महाविद्यालय प्रबंधन का वक्तव्य
महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. परविंदर सिंह ने बताया कि यह शिविर दूसरी बार आयोजित किया गया है और आम जनता की आवश्यकताओं को देखते हुए अब हर माह की 2 तारीख को नियमित रूप से यह निःशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल समाज के कमजोर वर्गों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने की दिशा में एक छोटा किंतु सार्थक प्रयास है।
मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु चयनित मरीज
मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु चयनित मरीजों में आरती यादव, विद्यावती, सुभाष, रज्जू, श्याम कुमारी, श्रीनाथ, दुर्गा, लालजी सिंह, आशिया, लालमन सिंह, गंगा, अंजलि, रामखेलावन, फूलपत्ती देवी, सिकंदर अंसारी, अमरावती, कुंजन, विद्या देवी, शांति, शकुंतला, जगदीश, सूरज कुमार, नरेंद्र, नगीना देवी सहित कुल 32 लोग शामिल हैं।