जौनपुर नाले में बड़ा हादसा : दो बच्चे और ई-रिक्शा चालक बहा, डीएम ने जताई नाराज़गी – जांच गठित
जौनपुर। नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के मछलीशहर पड़ाव के पास सोमवार को हुई तेज बारिश ने एक दर्दनाक हादसा ला दिया। देर शाम लगभग 4:30 से 5:30 बजे के बीच बारिश से हुए जलजमाव में नाले का पानी उफान पर आ गया, जिससे दो मासूम बच्चे और एक ई-रिक्शा चालक बह गए। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग तुरंत बचाव में जुट गए और पुलिस प्रशासन को सूचना दी।
घटना का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बारिश के दौरान अचानक पानी नाले में तेज़ी से भर गया। इसी बीच वहां से गुजर रहे ई-रिक्शा चालक के साथ दो बच्चे पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर नाले में गिर गए। आसपास मौजूद लोग मदद करने दौड़े लेकिन तेज बहाव के कारण वे बचा नहीं सके। पुलिस और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की गई। देर रात तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा। अब तक एक व्यक्ति का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
डीएम मौके पर पहुंचे, जताई नाराज़गी
जिलाधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचे और स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और कहा कि यह अत्यंत दुःखद व चिंताजनक घटना है। उन्होंने नगर निगम और संबंधित विभागों पर नाराज़गी जताते हुए स्पष्ट किया कि शहर में नाले-नालियों की उचित सफाई और जलनिकासी व्यवस्था में कहीं न कहीं लापरवाही रही है।
जांच कमेटी गठित
डीएम ने कहा कि हादसे की गहन जांच के लिए मुख्य राजस्व अधिकारी और एसपी सिटी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिस भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने की पुष्टि होगी, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
लोगों का आक्रोश और सवाल
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा गया। लोगों का कहना है कि नगर निगम की लापरवाही के कारण नाले खुले पड़े रहते हैं और बरसात में छोटे-छोटे हादसे आम बात हो चुके हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं देते। क्षेत्रीय नागरिकों ने मांग की कि नालों को ढकने और जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
प्रशासन का आश्वासन
जिलाधिकारी ने लोगों को आश्वस्त किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और नगर निगम से जवाब तलब किया जाएगा। साथ ही उन्होंने नगर पालिका अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने और खुले नालों को सुरक्षित करने के निर्देश दिए।